safalta ki kunji success story।

70 / 100

सफलता की कुंजी: दूसरों की चिंता किए बिना कदम बढ़ाएं। safalta ki kunji success story।

अपनी राह खुद तय करें।

अनुभव से एक नियम का का खुलासा हो जाता है। कि लोग क्या कहेंगे।किसी भी काम को करने या न करने से पहले कभी भी यह चिंता ना करें, कि “लोग क्या कहेंगे” हकीकत तो यह है कि कोई आपके बारे में सोच तक नहीं रहा है।

यहां आपराधिक या असामाजिक काम की बात नहीं है। लेकिन यह देखना भी हैरत में डाल देता है, कि लोग किस तरह किसी रिश्ते, कारोबार, नई चुनौती, साहसिक अभियान और अन्य बातों को केवल इस डर से स्वीकार या अस्वीकार कर देते हैं, कि लोग क्या कहेंगे।

वे ऐसे वैवाहिक रिश्ते को निभाते हैं जिसे वे पसंद नहीं करते, वे ऐसी नौकरी से जुड़े रहते हैं जो उन्हें पसंद नहीं, या फिर वे किसी कारोबार की पेशकश को लेकर इसलिए ठुकरा देते हैं कि कोई शायद आपके इस क़दम की आलोचना करेगा। सच्चाई यह है कि आपकी जिंदगी से जुड़े महत्वपूर्ण फैसलों की आपसे ज्यादा फिक्र और किसी को भी नहीं है। यह जानकर ही योजना बनाएं।

अब्राहम मास्लो का विचार। safalta ki kunji success story।

अब्राहम मास्लो ने लोगों के आत्म निरीक्षण पर अपने अध्यन में पाया कि वो एक या दो फ़ीसदी पुरूष और महिलाएं, जो पूरी तरह से परिपक्व हैं।

जो पूरी तरह से आत्मनिर्भर हैं सभी में एक खास गुण होते हैं। वे सभी अपने प्रति पूरी तरह से ईमानदार हैं, उनका अपनी कमजोरी और ताकत के प्रति नजरिया पूरी तरह से साफ होता है। वह न कभी उम्मीद करते हैं, और ना ही ख्याली पुलाव पकाते हैं। कि वह अपनी काबिलियत से बड़े कोई व्यक्ति हैं। खुद के बारे में यह निजी सोच ही उनकी निजी अवधारणा और आत्म सम्मान का आधार है। 

वे जानते हैं कि वह कौन है और कौन नहीं। उन्होंने कभी भी यह महसूस नहीं किया कि कुछ भी करने के लिए उनको लगातार दूसरों की सहमति की जरूरत है। क्योंकि उन्होंने दूसरों की सलाह को सुना लेकिन उसके बाद उन्होंने फैसला खुद की ही सोच से लिया।

दूसरे लोगों की संभावित सहमति या असहमति का उन पर बहुत बड़ा प्रभाव नहीं पड़ता है। आपको भी ऐसा ही करना चाहिए। आप ही है जो अपने बारे में सबसे ज्यादा चिंता करते हैं। और किसी भी दशा में सबसे ज्यादा प्रभाव भी आप पर ही पड़ता है।

दूसरे लोगों का सम्मान।

safalta ki kunji success story: अंग्रेजी के मशहूर लेखक समर सेंट मॉम से जब एक रिपोर्टर ने उनके मुख्य प्रेरणा स्रोत के बारे में जानना चाहा। तो उन्होंने जवाब दिया, मैं उन लोगों का सम्मान हासिल करने के लिए लिखता हूं, जिनका कि मैं खुद सम्मान करता हूं।

सच्चाई यही है कि आप जो कुछ भी करते हैं, या जिस किसी भी काम में नाकाम होते हैं। उस पर इसी चिंता का प्रभाव होता है।

आप अपने सामाजिक जीवन में कई बातें केवल इसलिए करते हैं, ताकि आप उन लोगों का सम्मान हासिल कर सके जिनका कि आप सम्मान करते हैं। या फिर अपने सम्मान को बरक़रार रखने के लिए ऐसा करते हैं।

सच तो यह है कि इस बात का निर्धारण कि आपके लिए किन लोगों का सम्मान पाना ज्यादा जरूरी है, इस बात से होता है, कि आप अपने बारे में घर और काम पर कैसा महसूस करते हैं।

दूसरों से मिलने वाले सम्मान का प्रभाव।safalta ki kunji success story।

दूसरों से मिलने वाले सम्मान का आपकी अपने प्रति धारणा के साथ सीधा संबंध होता है, क्योंकि यह आपकी निजी आदर्श और निज छवि से जुड़ा होता है।

बेहद खास किस्म के लोग ऐसे ही पुरुषों या महिलाओं का सम्मान हासिल करने का प्रयास करते हैं। जो चरित्र और उपलब्धियों के लिहाज से काफी सशक्त हो।

उनका प्रयास हमेशा यही होता है कि उनका व्यवहार और जीने का अंदाज वैसा ही हो जैसा कि उनके आदर्श का होता है।

जिंदगी के दौरान, आपके महत्वपूर्ण फैसलों में से एक यह होता है। कि आप तय करें कि वह कौन लोग हैं। जिनसे सम्मान पाना आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण है।

एक बार जब आप यह तय कर लेते हैं कि वह कौन लोग हैं जिनसे आप सम्मान पाना चाहते हैं। फिर आप अपनी जिंदगी को इस तरह से व्यवस्थित कर सकते हैं कि वह आपको निरंतर सम्मान देते रहें। चाहे उनको आपके हर कदम की जानकारी हो या ना हो।

ऊंचे स्तर को स्थापित करें।

safalta ki kunji success story: चार्ल्स एम शेल्डन (क्रिश्चियन लायब्रेरी, 1984) की मशहूर किताब “इन हिज स्टेप्स”, में एक पूरा कस्बा ही किसी भी काम या फैसले से पहले यह सवाल पूछने के लिए सहमत हो जाता है, “कि इस परिस्थिति में भगवान ईशा मसीह क्या करते?”

फिर सब उसी तर्ज पर व्यवहार करते हैं, लोगों ने यह महसूस किया कि इस प्रक्रिया को अपनाने के बाद वे सभी समस्याएं सुलझ गई जिनको लेकर पहले उनके बीच मतभेद हो जाया करते थे।

इसका नतीजा यह निकला कि पूरा कस्बा ही खुशहाल और संपन्न हो गया। उन्होंने अपने लिए एक आदर्श बनाया और फिर उसी को ध्यान में रखते हुए अपने जीवन का पूरा ढांचा तैयार कर दिया।

safalta ki kunji success story। काफी कम संसाधनों से शुरुआत करके कामयाब हुए पुरुषों और महिलाओं को लेकर किए गए एक अध्ययन में पाया गया। कि जब यह लोग युवा थे तो वे मशहूर लोगों की जीवनियों और आत्मकथाओं को खूब पढ़ा करते थे।

मशहूर पुरुषों और महिलाओं के बारे में पढ़ते वक्त उन्होंने खुद को उन्हीं लोगों जैसे गुण और चरित्र से परिपूर्ण होने की कल्पना की। जिनके बारे में वे पढ़ रहे थे कुछ समय बाद उनके अन्दर वह गुण और सदाचार उनकी सोच और उनकी पसंद नापसन्द जिंदगी में फैसला लेने के तौर तरीकों का हिस्सा बन चुके थे।

आदर्श की स्थापना।

आदर्श की स्थापना काफी समय से व्यक्तित्व और चरित्र के विकास का सशक्त जरिया माना जाता है। युवाओं को स्कूल के आदर्श रहे छात्र-छात्राओं के बारे में अध्ययन और उनका अधिक से अधिक अनुसरण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता रहा है।

सेना में पिछली पीढ़ी के सैनिकों और नाविकों की बहादुरी के बारे में किस्सों को पाठ्यक्रम में भी शामिल कर लिया जाता है। ऐसे युवा सैनिकों और नाविकों को विषम परिस्थितियों में उन लोगों जैसा ही करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया जाता है।

जिन लोगों के आप प्रशंसक होते हैं, और जिनकी ओर अपेक्षा से देखते हैं। उनका आपकी सोच और आपकी अपने बारे में अवधारणा पर बहुत ज्यादा प्रभाव होता है, और उन फैसलों पर भी जो आप देते हैं। तो ऐसे में सवाल उठता है कि आपके आदर्श कौन हैं।

आदर्शों के चयन में सावधानी बरतें।

जब आप अपने लिए आदर्श का चयन करते हैं। तो आप अपने भीतर ऐसे दिशा निर्देशों को तैयार कर लेते हैं। जो खुद आपको ही आदर्श तरीके से व्यवहार के काबिल बना देते हैं।

यह मूर्खतापूर्ण और आत्मघाती तब हो जाता है, जब ऐसे लोगों की सोच भी आपको बेवजह चिंतित करने लगती है, जिनके सम्मान की आपके लिए कोई भी कीमत नहीं है।

अगर आप विध्वंसक आलोचना के साथ बड़े हुए हैं, तो आप निश्चित ही ऐसे जाल में फंस जायेंगे, जहां आप ऐसे लोगों की जिन्हें आप जानते भी नहीं। या उनके बारे में आपको कोई फिक्र भी नहीं उन लोगों की सहमति हासिल करने की कोशिश करेंगे। या उनकी असहमति से बचने का प्रयास करेगें।

नकारात्मक भावनाओं को टालने का उपाय

safalta ki kunji success story। नकारात्मक भावना के इस रूप को टालने का एक उपाय है: अपने आदर्श पुरुष या महिला और उन गुणों का चयन कर लीजिए जिनको कि आप अपनाना चाहेंगे।

इसी पल से जब आपको कोई फैसला करना हो तो अपने किसी आदर्श के बारे में सोचिए और खुद से सवाल कीजिए उसने इस परिस्थिति में क्या किया होता?

जब आप यह सवाल पूछते हैं, आप अपने अवचेतन में एक उच्च शक्ति के साथ संपर्क कायम करते हैं। जो आपको मार्गदर्शन और आंतरिक दृष्टि देता है। आपको एक भीतरी सुखद एहसास हो जाएगा कि क्या कहना या करना सही होगा।

आप एक सही फैसला लेकर अपने द्वारा तय परिणाम हासिल कर लेंगे यह तकनीक अनेक कामयाब पुरुष और महिलाओं द्वारा अपनाई जाती है। इसे आजमाइए और देखिए कि आपकी जिंदगी में कितना बदलाव होता है।

Read more….

भूतकाल की चिंता छोड़कर भविष्य को अपनाएं अतीत की सोच से बाहर निकलें।

short inspirational story for children। यहां पढ़ें किसी भी परिस्थिति में सफलता दिलाने वाली बच्चों की कहानियां।

8 story of your life review full story। दिमाग की ताकत: मानसिक चित्रण से अपने सपनों को कैसे साकार करें।

लक्ष्य हासिल करें: सफ़लता प्राप्त करने का सिद्धान्त। successful stories।

आपकी सफलता की असीम संभावनाओं की ओर एक कदम। Real life inspirational stories of success।

Leave a Comment